Thursday, September 13, 2012

लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है त्रिवेदी की गिरफ्तारी


मेदिनीनगर। मुबंई पुलिस द्बारा कार्टूनिष्ट असीम त्रिवेदी की गिरफ्तारी लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। भारतीय जन नाट्य संघ ‘इप्टा’ महराष्ट्र सरकार के इस कृत्य की  आलोचना करते हुए इसकी भर्त्सना करती है। इप्टा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि अजीम त्रिवेदी की गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है। ‘इप्टा’ त्रिवेदी की बेशर्त रिहाई की मांग करती है। साथ ही कारपोरेट हाउस के इशारे पर साहित्य एवं संस्कृति पर जो हमला किया जा रहा है। इस पर रोक लगाने की मांग करती है।

इप्टा का कहना है कि जनआंदोलनो को तो लाठी-डंडे, गोली और दमनकारी नीति अपनाकर दबा दिया जा रहा है। ऐसे में लोकतंत्र की हिफाजत के लिए सृजनात्मकता को दबाना, कुचलना कतई बर्दाश्त नहीं। ‘इप्टा’ इसके खिलाफ देशव्यापी आंदोलन चलाएगी। निंदा करने वालों में इप्टा के शैलेनद्र सिंह, उपेन्द्र मिश्रा, शैलेन्द्र कुमार, नदंलाल सिंह, राजीव रंजन, रविशंकर, संजू, अमन चक्र, संजीत, समरेश सहित अन्य लोग शामिल है।

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