Tuesday, November 13, 2012

सावधान! आगे सांप्रदायिकता है (अंतिम किस्त)



रघुवंशमणि की लंबी रपट की अंतिम किस्त

फैज़ाबाद-लखनऊ मार्ग पर स्थित रुदौली नामक जगह पर अबीर फेंकने की घटना को लेकर दंगे और आगजनी की घटनाएं हुईं। यहॉं भारतीय जनता पार्टी के विधायक रामचन्द्र यादव और बीस अन्य लोगों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है। इससे उनके दंगे में शामिल होने की बात की पुष्टि होती है। भदरसा के निकट फुलवरिया नामक गॉंव में आगजनी की घटनाएं अधिक हुई हैं। यहॉं और निकट के गॉंवों में लगभग तीस झोपड़ियों में आग लगा दी गयी हैं। वहॉं परिस्थितियॉं इतनी तनावपूर्ण थीं कि कॉंग्रेसी सांसद निर्मल खत्री को प्रशासन ने गॉंव तक नहीं जाने दिया। परिस्थितियों के सामान्य होने पर ही यह पता लगाया जा सकेगा कि यहॉं जन-धन की वास्तविक हानि कितनी हुई है। सूचना यह है कि यहॉं पुलिस ने काफी लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

फिलहाल सरकारी मुवावजा सूची से प्राप्त नाम एवं संभावित क्षति इस प्रकार हैं-

भदरसा क्षेत्र

नगर पंचायत भदरसा
1.  श्री दुर्गाप्रसाद भोला, मृत्यु हुई। जीवन की क्षति।
2.  श्री इरफान खान, चाय की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 40,000 रूपये।
3.  श्री रफीक खॉं, चाय की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति, 25,000 रूपये।
4.  श्री पप्पू , नाई की दुकान में तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
5.  श्री कफील खॉं, मेडिकल स्टोर में लूटपाट, अनुमानित क्षति, 1,25,000 रूपये।
6.  श्री मोबीन खॉं, मोबाइल की दुकान में लूटपाट। अनुमानित क्षति, 50,000 रूपये।
7.  श्री मुस्तकीन, सिलाई दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति, 50,000 रूपये।
8.  श्री लक्ष्मी प्रसाद, चाय एवं पान की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति, 50,000 रूपये।
9.  श्री खुर्शीद अहमद, बिसातखाने में आगजनी, अनुमानित क्षति, 50,000रूपये।
10. श्री मोहम्मद कासिम, सब्जी की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति, 40,000 रूपये।
11. श्री मोहम्मद रफीक, सब्जी की दुकान में आगजनी अनुमानित क्षति, 25,000 रूपये।
12. श्री मोहम्मद यासीन,  मोबाइल की दुकान में लूटपाट, अनुमानित क्षति, 50,000 रूपये।
13. श्री अहमद फिजर, जूता-चप्पल की दुकान अनुमानित क्षति, में लूटपाट, 1,50,000 रूपये।
14. श्री खादिम हुसैन, सिलाई एवं रेडीमेड स्टोर में आगजनी, अनुमानित क्षति 100000 रूपये।
15  श्री इरफान, मोबाइल और कम्प्यूटर की दुकान में लूटपाट, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये
16. श्री अब्दुल हमीद, नानवेज की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
17.  श्री अब्दुल मुख्तार, साइकिल की दुकान में लूटपाट, अनुमानित क्षति 10,000 रूपये।
18.  श्री अम्बिका, बिजली की दुकान में तोड़-फोड़, अनुमानित क्षति 1000 रूपये।
19.  श्री इम्तियाज, बक्सा दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 3000 रूपये।
20.  श्री आलम, चाय मिठाई की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 10,000 रूपये।
21.   श्री चॉंद अली, बिसातखाने में आगजनी, अनुमानित क्षति 15,000।
22.  श्री मिथिलेश, गल्ले की दुकान में आगजनी, 15000।
23.  श्री हाजी इफतेखार अहमद, रेडीमेड की दुकान पर आगजनी, अनुमानित क्षति 1,50,000।
24.  श्री आफताब आलम, रेडीमेड की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 2,00,000 रूपये।
25.   श्री गुलाम मोहम्मद, बीज दुकान को में लूटपाट, अनुमानित क्षति 15000।
26.  श्री अब्दुल समद, सिलाई की  दुकान में लूट, अनुमानित क्षति 15000 रूपये।
27. श्री अख्तर, किराने की दुकान में आगजनी , अनुमानित क्षति 2,00,000 रूपये।
28. श्री कुद्दूस, जनरल स्टोर में आगजनी, अनुमानित क्षति 1,50,000 रूपये।
29.  श्री मोहम्मद उमर, नाई की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 5,000 रूपये।
30.  श्री तौहीद, कपड़े की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 2,00,000 रूपये।
31.  श्री मोहम्मद आरिफ, कपड़े की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 2,00,000 रूपये।
32.  श्री आफताब, किराना की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 2,00,000 रूपये।
33.  श्री मोहम्मद हुसैन, जनरल स्टोर में लूटपाट, अनुमानित क्षति 25,000 रूपये।
34.  श्री मोईद खान, पान की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 25,000 रूपये।
35.  श्री शुएब खॉं, बिसातखाने की दुकान में लूटपाट, अनुमानित क्षति 20,000 रूपये।
36.  श्री नसीम अहमद, दवाखाने में आगजनी, अनुमानित क्षति 20,000 रूपये।
37.  श्री चन्दन कुमार, बेकरी में लूटपाट, अनुमानित क्षति 30,000 रूपये।
38.  श्री इरफान खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 30,000 रूपये।
39.  श्री जमालुद्दीन, मिठाई की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
40.  श्री अब्दुल गफ्फार, मकान एवं सब्जी की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 10,000 रूपये।
41.  श्री खुबैद, जूता चप्पल की दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 15,000 रूपये।
42.  श्री जाहिद, पक्के मकान लूटपाट, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
43.  श्री अब्दुल मुनाफ, सिलाई की दुकान में तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 40,000 रूपये।
44.  श्री फैयाज हुसैन, मिठाई की दुकान में लूटपाट, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
45   रजिया बेगम, घर में लूटपाट, अनुमानित क्षति 80,000 रूपये।
46.  श्री वैदउल्लाह, मकान व जूता दुकान में आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
47.  श्री शेरे यजदा, मकान और दुकान में लूटपाट, अनुमानित क्षति 30,000 रूपये।
48.  श्री असगर, आगजनी, अनुमानित क्षति 70,000 रूपये।
49.  श्री मन्नू , आगजनी, अनुमानित क्षति 90,000 रूपये।
50.  श्री नजीर, आगजनी, अनुमानित क्षति 60,000 रूपये।
51.  श्री मुन्ना, आगजनी, अनुमानित क्षति 70,000 रूपये।
52.  श्री रामकुमार, आगजनी, अनुमानित क्षति 80,000 रूपये।
53.  श्री खुशियाल, आगजनी, अनुमानित क्षति 70,000 रूपये।
54.  श्री पप्पू,  आगजनी, अनुमानित क्षति 65,000 रूपये।
55.  श्री श्यामलाल, आगजनी, अनुमानित क्षति 70,000 रूपये।
56.  श्री इश्तियाक अहमद, आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
57.  श्री इमाम अली, आगजनी, अनुमानित क्षति 60,000 रूपये।
58.  श्री मुश्ताक, आगजनी, अनुमानित क्षति 70,000 रूपये।
59.  श्री बालकराम, आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
60.  श्री रामानन्द, आगजनी, अनुमानित क्षति 5,000 रूपये।
61.   जिन्नतुलनिशा, आगजनी, अनुमानित क्षति 40,000 रूपये।
62.  श्रीमती मंगला देवी, आगजनी, अनुमानित क्षति 40,000 रूपये।

ग्राम भदरसा बाहर
1. श्री मोहम्मद लईक खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 6,00,000 रूपये।
2. श्रीमती अहमदुल, आगजनी, अनुमानित क्षति 80,000 रूपये।
3.  श्री कलीम, आगजनी, अनुमानित क्षति 80,000 रूपये।
4.  श्री महमूद, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।

ग्राम -नन्दी ग्राम
1. श्री मोहम्मद इश्तियाक, आगजनी, अनुमानित क्षति 2,50,000 रूपये।
2. श्री मोहम्मद नसीम खान, लूटपाट, अनुमानित क्षति 2,00,000 रूपये।
3. श्री मोहम्मद फैसल आगजनी, अनुमानित क्षति 1,50,000 रूपये।
4. श्री मोहम्मद मेराज उर्फ अल्लू, लूटपाट, अनुमानित क्षति 1,50,000 रूपये।
5. श्री नारायण तिवारी, तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
6. श्री खादिम खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 2.50,000 रूपये।
7. श्री हसीब खॉं, लूटपाट, अनुमानित क्षति 1,50,000 रूपये।
8. श्री सत्यनारायण, तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 30,000 रूपये।
9. श्री भरतलाल, तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 20,000 रूपये।
10. श्री शौकत उल्ला, आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।

ग्राम कैल
1. श्री समसुद्दीन, आगजनी, अनुमानित क्षति 90,000 रूपये।
2. श्री बदरुद्दीन, आगजनी, अनुमानित क्षति 90,000 रूपये।
3. श्री मस्तूर अहमद, आगजनी, अनुमानित क्षति 70,000 रूपये।
4. श्री कैसर खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
5. श्री इजराइल खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,50,000 रूपये।
6. श्री अब्दुल वहीद, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,50,000 रूपये।
7. श्री इस्माइल, आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।
8. श्रीमती बदरुन्निसा, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,000 रूपये।
9. श्री कलीम, आगजनी, अनुमानित क्षति 10,000 रूपये।
10 श्री अरमान आगजनी, अनुमानित क्षति 12,000 रूपये।
11. श्री सब्बीर, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
12. श्री राजेश, आगजनी, अनुमानित क्षति 12,000 रूपये।

ग्राम छतरिया

1.  श्री मुश्ताक खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 2,50,000 रूपये।
2.  श्री पवन कुमार, आगजनी, अनुमानित क्षति 75,000 रूपये।
3.  श्री रामशंकर वर्मा, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
4.  श्री निजाममुद्दीन, तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।

ग्राम खम्हौरा मजरे सरैया

1. श्री शाह मोहम्मद, तोड़फोड़, अनुमानित क्षति 1,90,000 रूपये।
2. श्री ताज मोहम्मद, आगजनी, अनुमानित क्षति 40,000 रूपये।

ग्राम पिपरी

1. श्री मोहम्मद अकरम, तोड़फोड़ , अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
2. श्री नईम खॉं, आगजनी, अनुमानित क्षति 8,000 रूपये।
3. श्री मोहम्मद शब्बीर, आगजनी, अनुमानित क्षति 15,000 रूपये।
4. श्रीमती नाजरीन, आगजनी, अनुमानित क्षति 1,00,000 रूपये।
5. श्री अब्दुल मन्नान, आगजनी, अनुमानित क्षति 60,000 रूपये।
6. श्री अब्दुल गफूर, आगजनी, अनुमानित क्षति 25,000 रूपये।
7. श्री लल्लन, आगजनी, अनुमानित क्षति 15,000 रूपये।
8. श्री शौकत, आगजनी, अनुमानित क्षति 8,000 रूपये।
9. श्री मोहम्मद यासीन, आगजनी, अनुमानित क्षति 50,000 रूपये।

शाहगंज क्षेत्र

शाहगंज बाजार क्षेत्र
क्रं सं.   नाम/फर्म का नाम   क्षति का प्रकार    अनुमानित क्षति (लाख में)
1 मो. हामिद आगजनी     0.18
मो. नवी आगजनी     0.14
3 मो. सफी आगजनी     0.17
4 कलीमुल्ला आगजनी     0.16
5 मो. इदरीश  आगजनी     0.52
6 मो. इश्तियाक आगजनी     0.68
7 छेदी       आगजनी     0.06
8 मो. अकबर आगजनी     0.53
9 मो.जलील आगजनी     0.38
10 मो. शकील   आगजनी            0.18
11 श्रीमती  शहनाज आगजनी     0.12
12 बख्तियार अहमद आगजनी     0.15
13 मो.जाकिर आगजनी     0.16
ग्राम हल्ले द्वारिका (शाहगंज)
14 मो. मोबीन आगजनी     0.29
ग्राम बरांव (थाना तारून)
15 कुददुरा आगजनी     0.01
16 निजाम आगजनी     0.04
ग्राम पडरी (थाना इनायतनगर)
17     सैयद मुन्तजिर अब्बास      आगजनी             7.43
ग्राम रूरूखास ( थाना बीकापुर)
18 नसीरूददीन आगजनी     0.73
19 उस्मान आगजनी     0.06
20 महमूद अहमद आगजनी     1.60
21 मो. अजीज           आगजनी      2.10
22 रहमतउल्ला   आगजनी         0.28
23 रशीद आगजनी    0.16
ग्र्राम उमरपुर (थाना बीकापुर)
24 शकील अहमद आगजनी    1.04
25  मो. यूनिस           आगजनी     0.06
26 मो. हनीफ आगजनी    1.60
27 जही आगजनी    0.50
28 आफताब आलम आगजनी    0.05
29 अनबर बेग आगजनी    0.05
30 मुस्तकीम आगजनी   0.05
31 इम्तियाज आगजनी   0.02
ग्राम परमानन्दपुर (थाना तारून)
32 लुकमान अली आगजनी  0.02
ग्राम गयासपुर (थाना तारून)
33 मो. अमीन आगजनी  0.50
34 तिलकराम आगजनी  0.18
35 ओम प्रकाश          आगजनी 0.18
36 सत्यदेव सिंह आगजनी  0.35
37 रामपाल बर्मा आगजनी  0.12
38 देवानन्द पाण्डेय आगजनी  0.12
39 पीर अली आगजनी  0.25
ग्राम जलालपुर माफी
40 जुबेर आगजनी 0.10
41 रामराज आगजनी 0.40
42 अब्दुल सलाम आगजनी 4.50
ग्राम पूरे बजाज (कोतवाली बीकापुर)
43 मो. हनीस आगजनी 0.65
44 मो. वसीम आगजनी 0.79
45 जगन्नाथ आगजनी 0.20
ग्राम बबुरिहा ओंधा (कोतवाली बीकापुर)
46 इबरार आगजनी 0.12
ग्राम रामपुर भगन (थाना तारून)
47 इम्तियाज आगजनी 0.20
ग्राम तोरोमाफी (थाना बीकापुर)
48 कृपा शंकर           आगजनी 0.18
ग्राम तेंदुआमाफी (थाना बीकापुर)
49 मो. इकराम आगजनी 0.05
50 मो. मुस्ताक आगजनी 0.18
ग्राम पुहुंपी (थाना बीकापुर)
51 मो. नवीसुल्लाह आगजनी 0.76
ग्राम शेरपुर इछौरी  (थाना बीकापुर)
52 मो.इसरारूल आगजनी 1.15
ग्राम शेरपुर कोतवाली (थाना बीकापुर)
53 मो.यूसूफ आगजनी 0.78
ग्राम दशरथपुर (थाना बीकापुर)
54 मो कासिम आगजनी 0.25
तहसील मिल्कीपुर
ग्राम सेमरा चिखडी
1 मो. रफीक आगजनी 1.02
2 मो. अकबर अली आगजनी 0.06
ग्राम पलिया लोहानी
3 श्री मो. नसीर आगजनी 0.06
ख् भदरसा और शाहगंज क्षेत्र के प्र्रस्तुत ऑंकड़ों के लिए हम फैज़ाबाद से प्रकाशित होने वाले दैनिक जनमोर्चा  समाचारपत्र के आभारी हैं।,


फैज़ाबाद के साम्प्रदायिक उपद्रवों से कुछ रेखांकित करने योग्य तथ्य सामने आये हैं:

राजनीति प्रेरित इन उपद्रवी साम्प्रदायिक तत्वों की गतिविधियों को फैज़ाबाद के कुछ लोगों ने विडियो क्लिप्स के रूप रिकार्ड भी किया जिसके आधार पर पुलिस को कार्यवाही करने में सहूलियत हुई। चौक की मस्जिद में भी क्लोज सर्किट कैमरा था जिसमें तमाम उपद्रवियों के चित्र आ गये। परिणाम स्वरूप कुछ लोग गिरफ्तार भी हुए हैं। अभी तक गिरफ्तार होने वाले लोगों की संख्या 85 बतायी जा रही है। बाद में प्रकाश में आये वीडियो क्लिप्स के नकली और फर्जी होने की बात कही जा रही है। फोरेंसिक जॉंच में ये बातें स्पष्ट हो सकती हैं। दंगाइयों के विरुद्ध इस प्रकार के प्रमाण महत्वपूर्ण हैं, इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता।

साम्प्रदायिकता को फैलाने के लिए जिस युक्ति का इस्तेमाल लगभग हर जगह देखने को मिला वह था मुस्लिम धर्मानुयायियों को किसी तरह से उत्तेजित करना। इस कार्य के लिए अबीर का प्रयोग किया गया। मुस्लिम लोगों और मुस्लिम धर्मस्थलों पर अबीर फेककर यह कार्य किया गया। उदाहरण के लिए चौक में स्थित मस्जिद पर अबीर दिखायी दी। भदरसा, रुदौली जैसी जगहों पर भी यह प्रयोग किया गया। फैज़ाबाद में पूरा उपद्रव एकतरफा रहा क्योंकि यहॉं लोग या तो उत्तेजित ही नहीं हुए या फिर वे उपद्रव के स्थानों पर थे ही नहीं। मगर अन्य जगहों पर उन्हें उत्तेजित किया गया और टकराव की स्थितियॉं भी आयीं। मुस्लिम धर्म की संवेदनशीलता को लेकर किया गया यह प्रयोग ज्यादा सफल नहीं रहा। धर्मनिरपेक्ष तत्वों को यह विचार करना चाहिए कि किस प्रकार इन प्रयोगों को निष्फल किया जाय।

साम्प्रदायिकता फैलाने वाले लोगों ने भीड़-भाड़ के समय का उपयोग किया ताकि प्रशासन के लिए कार्यवाही कर पाना संभव न हो। चौक यातायात की दृष्टि से बेहद समस्याग्रस्त रहता है क्योंकि यहॉं सड़क काफी संकरी है और सामान्य स्थितियों में भी यहॉं से गुजरना कठिन हो जाता है। दुर्गापूजा के अवसर पर यहॉं बहुत भीड़ हो जाती है और किसी प्रकार की प्रशासनिक कार्यवाही कठिन हो जाती है। इस बात को देखते हुए आगे के आने वाले त्यौहारों में प्रशासन को सचेत रहना चाहिए। कायदे से तो होना यह चाहिए कि चौक में किसी प्रकार के धार्मिक या राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक हो क्योंकि यह जगह काफी संकरी है। 18वीं शताब्दी के इसके निर्माण काल के समय फैज़ाबाद की जनसंख्या बहुत कम थी। अब यह जनसंख्या दस गुने से भी ज्यादा है। चौक में भारी वाहनों का प्रवेश पहले से ही वर्जित है। तो सवाल यह है कि प्रशासन द्वारा यहॉं धार्मिक और राजनीतिक कार्यक्रमों को क्यों नहीं वर्जित किया जाता। दुर्गापूजा के मार्ग को बदलना जरूरी है ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

 जैसा पहले कहा जा चुका है प्रशासन के लिए जो संभव कार्यवाही थी वह नहीं की गयी। उदाहरण के लिए फैजाबाद में चौक क्षेत्र जहॉं उपद्रव हुए वहॉं से कुछ सौ मीटर की दूरी पर कोतवाली है और 2 किलोमीटर के भीतर ही पुलिस लाईन है। मगर वहॉं से कोई भी मदद नहीं पहुंची। वहॉं अतिसीमित मात्रा मे पुलिस थी। अग्नशामकों का सही प्रयोग न हो सका क्योंकि उनमे पानी ही नहीं था। सवाल यह जरूर उठता है कि तत्काल पानी भरे अग्निशामकों का उपयोग क्यों नहीं किया गया। बाद में दूकानों में लग चुकी आग को बुझाना और मुश्किल हो गया। दुकानों में आग सुबह तक सुलगती रही।

रात में आगजनी की इन दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद भी सुबह तक चौक में सुरक्षा का कोई इन्तजाम नहीं था। कर्फ्यू की घोषणा भी तब हुई जब क्रोधित भीड़ ने शहर के विधायक पवन पाण्डे पर आपना आक्रोश जाहिर किया और उन्हें वहॉं से भाग जाना पड़ा। प्रशासन की निष्क्रियता आलोचना का विषय है। बाद में एडीजी ने भी इस तथ्य को स्वीकार किया कि प्रशासन की ओर से लापरवाही हुई। इस प्रकार की प्रशासनिक निष्क्रियता के अलग-अलग अर्थ लगाये जा रहे हैं। नवीनतम सूचना मिलने तक फैज़ाबाद के डी. एम. दीपक अग्रवाल और एस.एस.पी. रमेश शर्मा हटाये जा चुके हैं और उनके स्थान पर क्रमशः अजय शुक्ला और धर्मेन्द्र सिंह को कार्यभार दिया जा चुका है।

इलेक्ट्रानिक मीडिया ने फैज़बाद की घटनाओं को विशेष नोटिस में नहीं लिया। मीडिया के चैनल्स उन दिनों गडकरी और वाड्रा के प्रसंगों को लेकर चटखारे मार रहे थे। उन्हें इस मानवीय त्रासदी से कुछ लेना-देना नहीं था। अखबारों में छपने वाले समाचार नयी व्यवस्था के चलते फैजाबाद तक में ही सीमित रह जाते थे। बस्ती जैसे करीबी शहर में केवल संक्षिप्त सूचनाएं मिलती थीं।

साम्प्रदायिकता को उद्वेलित करने के लिए अफवाहों का बड़े पैमाने पर प्रयोग किया गया। उदाहरण के लिए तनाव की घटनाओं को तोड़-मरोड़कर और बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत किया गया। कुछ लोगों ने भदरसा में हिन्दुओं की सामूहिक हत्याओं की अफवाह फैलायी तो कुछ ने हिन्दू गॉवों के बीच स्थिति मुस्लिम गॉंवों के खात्में का प्रचार किया। वास्तव में दोनों बातें सच्चाई से कोई सम्बन्ध नहीं रखती थीं। दोनों समुदाय के लोगों को चाहिए कि इस प्रकारकी अपुष्ट और भ्रामक सूचनाओं को सही न मानें और शान्ति बनाए रखें।

फैज़ाबाद में हुए साम्प्रदायिक उपद्रव इस ओर स्पष्ट संकेत करते हैं कि हमारे समाज और राजनीति से साम्प्रदायिकता समाप्त नहीं हुई है। फैज़ाबाद जैसे शान्तिप्रिय शहर में दंगों का होना एक बुरा संकेत है क्योंकि यह शहर बड़ी विपरीत परिस्थितियों में भी शान्त और संयत रहा है। ऐसे में हमें यह जान लेना

चाहिए कि आगे साम्प्रदायिकता की राजनीति खड़ी है जिसके रास्ते में हिंसा ही हिंसा है। मिशन 2014 में साम्प्रदायिक राजनीति हावी हो सकती है और वह अपार जन और धन की हानि की ओर ले जा सकती है, यदि उसका ठीक से मुकाबला न किया गया। निश्चित रूप से हमें साम्प्रदायिकता से विभिन्न स्तरों पर निपटना पड़ेगा। समाज, संस्कृति और राजनीति इन तीनों स्तर पर संघर्ष किये बिना उसे पराजित या कमजोर कर पाना संभव न होगा। धर्मनिरपेक्षता तब तक साम्प्रदायिकता पर विजय न प्राप्त कर सकेगी जब तक उसकी संस्कृति को जनसामान्य तक न पहुंचाया जाय। यह कार्य सिर्फ साम्प्रदायिकता विरोधी राजनीति नहीं कर सकती, इसके लिए साहित्य, नाटक, कला और संस्कृति के लोगों को भी जुटना होगा। इस अर्थ में राजनीतिज्ञों के अतिरिक्त बुद्धिजीवियों, विचारकों, लेखको और संस्कृतिकर्मियों की महती साम्प्रदायिकता विरोधी भूमिका बनती है।

लेखक से निम्न पते पर संपर्क किया जा सकता है :
रघुवंशमणि 365, इस्माइलगंज, अमानीगंज, फैज़ाबाद, उत्तर प्रदेश-224001  फोन- 09452850745
ईमेल- raghuvanshmani@yahoo.co.in

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