Wednesday, July 19, 2017

अशोकनगर में नाट्य-संगीत की प्रस्तुति और कार्यशाला का समापन

-सीमा राजोरिया
भारतीय जन नाट्य संघ ( इप्टा ) की अशोकनगर इकाई ने पांच दिवसीय “ नाट्य – संगीत “ पर एकाग्र कार्यशाला का आयोजन किया और पांचवे दिन कार्यशाला के दरम्यान तैयार संगीत रचनायों का प्रदर्शन स्थानीय युवराज होटल के हॉल में किया गया | इस कार्यशाला का संचालन राष्ट्रीय नाट्यविद्यालयदिल्ली की रिपेटरी से जुड़े युवा रंगकर्मी मोहन सागर ने किया | इस कार्यशाला में संगीत और नाटक से जुड़े 20 से ज़्यादा युवतर प्रतिभागियों ने इतने कम समय में जो प्रस्तुति दी उसने  खचाखच भरे सभागार में बैठे दर्शकों को अभिभूत कर दिया |

 हिन्दी नाटकों में नाटक की एकरसता दूर करने , गति प्रदान करने , नाटक के सम्प्रेषण   में गीत संगीत का प्रयोग किया जाता है। इस संगीत की अपनी अलग प्रकृति होती है  | नाट्य संगीत की इस कार्यशाला में अपने नाट्य अनुभव से मोहन सागर ने कार्यशाला में गीत रचनायों पर इप्टा के कलाकारों के साथ अभ्यास किया और कार्यशाला के समापन पर इनका प्रदर्शन किया गया , जिसे देख दर्शक एक नये कला अनुभव से परिचित हुए |

 कार्यशाला में मोहन सागर के साथ कैलाश शर्मा , सिद्धार्थ , हर्ष और दिनेश योगी ने वाद्य यंत्रो के साथ संगत की और प्रतिभागी कलाकार आदित्य रूसिया , मयंक जैन , समीक्षा , अनुपम तिवारी , सत्यभामा ,  शिवानी , सौरभ , दीपिका , कबीर , दर्श , दिनेश , आयशा , सलोनी , रूपाली , , खुशी , अनुष्का , सृष्टि आदि कलाकारों ने सहभागिता की  | कार्यक्रम का संचालन पंकज दीक्षित ने किया और इप्टा अशोकनगर की अध्यक्ष सीमा राजोरिया ने रंग संगीत पर आधार वक्तव्य दिया | आयोजन की सफलता में रतनलाल , संजय माथुर , राजकुमार विश्वकर्मा आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही | शहर के लिए एक नये तरह की संगीत प्रस्तुति के साथ नाट्य – संगीत कार्यशाला का समापन हुआ |                  

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